Vinesh Phogat : ओलिंपिक में वजन बढ़ने के कारण फाइनल खेलने से वंचित रही MLA Vinesh Phogat ने हरियाणा की बीजेपी सरकार के आफर को स्वीकार कर लिया है। विनेश अब सरकारी नौकरी या प्लाट की बजाए 4 करोड़ रुपये कैश अवार्ड लेंगी। Vinesh Phogat ओलिंपिक में बिना पदक के ही भारत लौटी थी।
टोटल हरियाणा न्यूज : जुलाना से कांग्रेसी MLA Vinesh Phogat ने हरियाणा में बीजेबी सरकार के प्लाट देने और नौकरी के आफर को ठुकरा दिया है। इसके अलावा उन्होंने 4 करोड़ कैश अवार्ड के विकल्प को चुना है। उन्होंने सरकार से कैश अवार्ड ने की मांग भी की है।
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बता दें कि हरियाणा में सिल्वर मेडल विजेता को 4 करोड़ रुपये कैश अवार्ड दिया जाता है। Vinesh Phogat ओलिंपिक में डिस्कवालिफाई हो गई थी। 100 ग्राम वजन बढ़ने की वजह से वह फाइनल मुकाबला खेलने से पहले ही डिस्कवालिफाई हो गई थी।
इसके बाद उन्हें बीना पदक के ही लौटना पड़ा था। उस समय नायब सैनी की सरकार ने विनेश को सिल्वर पदक विजेता के बराबर अवार्ड देने की पेशकश की थी।

अब कैश अवार्ड को लेकर MLA Vinesh Phogat ने खेल विभागको पत्र लिखा है। यह पत्र खेल विभाग को मिल चुका है। अब अवार्ड की राशि देने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
जब कुछ नहीं मिला तो विधानसभा में बजट सत्र के दौरान Vinesh Phogat ने कहा था कि सरकार ने उन्हें कुछ नहीं दिया। आठ माह बीतने के बाद भी उन्हें अवार्ड के लिए नहीं पूछा गया।
कैबिनेट मीटिंग के बाद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने 2019 की खेल पॉलिसी के अनुसार कैश अवॉर्ड, सरकारी नौकरी या फिर HSVP में चार करोड़ रुपये कीमत का प्लाट में से एक आब्शन चुनने का आफर दिया था?
विधानसभा में MLA Vinesh Phogat ने कहा था कि बात पैसे की नहीं सम्मान की है। जब मैं पेरिस में ओलिंपिक खेलने गई थी तो फाइनल तक पहुंची। उसके बाद मेरे साथ जो हुआ वह भगवान की मर्जी थी।
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मैंने भी उसे स्वीकार कर लिया। उस समय हमारे मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने ऐलान किया था कि विनेश हमारी बेटी है। हमारी सरकार उसे सिल्वर मेडल जैसा सम्मान देगी।
आज सदन में आप सभी लोग बैठे हुए हैं और मैं भी यहीं पर हूं। प्रदेश की जनता को पता होना चाहिए कि आखिर सच्चाई क्या है। आपके सभी विधायक बोलते हैं आपकी जुबान का मतलब ही आपका पक्का वादा है। मैं इस बात को झुठला रही हूं कि आपकी जुबान का मतलब पक्का वादा है। आपने अपना वादा पुरा नहीं किया।
जो सम्मान देने की आप आपने उस समय कही थी उससे खिलाड़ियों का हौसला बढ़ा था। यहां बात पैसे की नहीं है। यहां तो बात आत्मसम्मान की है।
प्रदेश के कई खिलाड़ियों से मेरी बात होती है कि आपका तो कैश अवार्ड मिल गया होगा। इस पर मेरा एक ही जवाब होता है न मेरा आया है और नही आपका। इसके लिए हम सब मिलकर सरकार से लड़ाई लड़ेंगे।
सीएम सैनी ने कैबिनेट की बैठक बुलाकर दिए तीन आफर

Vinesh Phogat द्वारा बजट सत्र में कैश अवार्ड को मुद्दा बनाने के बाद सीएम नायब सैनी ने 25 मार्च को कैबिनेट की बैठक बुलाई थी। इस बैठक के बाद सीएम ने Vinesh Phogat को सिल्वर मेडल जीतने वाले खिलाड़ी जैसा सम्मान देते हुए तीन आप्शन दिए। इसमें कैश अवार्ड, सरकारी नौकरी या फिर चार करोड़ कीमत का एक प्लाट देने की च्वाइस थी।
इसके बाद Vinesh Phogat ने इस मामले में चुप्पी साधे रखी थी। इसके बाद खेल मंत्री गौरव गौतम ने Vinesh Phogat को आफर में से जल्द विकल्प चुनने की नसीहत दी थी।
अब Vinesh Phogat ने खेल विभाग को पत्र लिखा है। इस पत्र में Vinesh Phogat ने 4 करोड़ रुपये कैश अवार्ड के विकल्प को चुना है। विनेश के विकल्प चुनने के बाद अब कैश अवार्ड देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
महाबीर फोगाट का छलका दर्द
विनेश फोगाट के कैश अवार्ड चुनने के बाद महावीर फोगाट का दर्द छलक उठा। महावीर फोगाट ने इंटरनेट मीडिया पर कहा कि विनेश को पैसे का लालच आ गया। जैसा सम्मान विनेश को मिला है ऐसा तो किसी गोल्ड मेडल विजेता खिलाड़ी को भी नहीं मिला।
महाबीर फोगाट ने आरोप लगाते हुए कहा कि विनेश ने कभी मुझे गुरु नहीं माना। जबकि विनेश को कुश्ती मैंने ही सिखाई। उसका कोई दूसरा गुरु भी नहीं है। गुरु का भी सम्मान होता है। विनेश ने कभी एक बार भी नहीं कहा कि मैं उसका गुरु हूं।
