- 1 अप्रैल से लागू हो जाएंगी बढ़ी हुई दरें, गर्मी में खपत बढ़ने से 81 लाख उपभोक्ता होंगे प्रभावित
- 20 पैसे से लेकर 40 पैसे प्रति यूनिट तक बढ़ाए गए हैं बिजली के रेट, घरेलू के साथ इंडस्ट्री को भी राहत नहीं
- कृषि के क्षेत्र में बिजली के रेट 6.48 रुपये प्रति यूनिट से बढ़कर 7.35 रुपये प्रति यूनिट हुए
- उद्योगों के लिए 35 से 40 पैसे प्रति यूनिट बिजली के रेट बढ़ाए गए हैं
Electricity rates in Haryana : हरियाणा बिजली विनियामक आयोग (HERC) ने मंगलवार आधी रात को बिजली के रेट में बढ़ोतरी कर उपभोक्ताओं को बड़ा झटका दिया है। मंगलवार आधी रात को सर्कुलर जारी करके HERC ने बिजली के रेट में 20 से 40 पैसे प्रति यूनिट तक बढ़ोतरी की है। बढ़े हुए बिजली के रेट एक अप्रैल 2025 से ही लागू होंगे। बिजली दरों में वृद्धी से 81 लाख उपभोक्ताओं पर असर पड़ेगा।
अप्रैल जैसे जैसे बीतेगा वैसे-वैसे गर्मी भी जोर पकड़ेगी। ऐसे में बिजली बिल (electricity bill) हर वर्ग को प्रभावित करेंगें। हरियाणा राज्य बिजली विनियामक आयोग ((HERC)) ने जनसुनवाई और बिजली निगमों की एआरआर (annual financial need) रिपोर्ट के बाद बिजली दरों में बढ़ोतरी का आदेश दिया है। हर कटेगरी के लिए बनाए गए बिजली रेट के स्लैब (Electricity Rate Slabs) में भी बदलाव किया गया है।

उद्योगों के लिए बिजली के रेट में बढ़ोतरी (hike in electricity rates) की गई है। इसके तहत छोटे कारखानों की एलटी सप्लाई में 10 से 15 पैसे प्रति यूनिटी बिजली के रेट में इजाफा हुआ है। वहीं, हाई टेंशन लाइन सप्लाई में (hike in electricity rates) 30 पैसे से 35 पैसे तक रेट बढ़े हैं। ज्यादा बिजली खपत वाले कारखानों में 40 पैसे प्रति यूनिट तक रेट में इजाफा किया गया है।
कृषि के क्षेत्र में बिजली के रेट 6.48 रुपये प्रति यूनिट से बढ़कर 7.35 रुपये प्रति यूनिट कर दिए गए हैं। हालांकि सरकार किसानों को सब्सिडी पर 10 पैसे प्रति यूनिट बिजली उपलब्ध करवाती है। ऐसे में सरकार पर सब्सिडी का बोझ बढ़ेगा।
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इसके अलावा अलग अलग श्रेणियों में बिजली के रेट के स्लैब में भी फेरबदल किया गया है। इसके तहत महीने में 300 यूनिट तक बिजली खर्च करने वाले उपभोक्ताओं को राहत दी गई है।
ऐसे घरेलू उपभोक्ताओं पर कोई निश्चित शुल्क नहीं लगाया जाएगा। पहले यह शुल्क अलग- अलग कटेगरी के हिसाब से 125 से 135 रुपये तक वसूला जाता था। यह शुल्क नहीं लगाया जाएगा।
बिजली के घरेलू उपभोक्ताओं के लिए यह रहेंगे रेट
यूनिट पहले अब
150 यूनिट तक 2.75 2.95
151 से 250 यूनिट 5.25 5.25
251 से 500 यूनिट 6.30 6.45
501 से 800 यूनिट तक 7.10 7.10
घरेलू उपभोक्ताओं के लिए 150 यूनिट तक 20 पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से बिजली के रेट में बढौतरी की गई है। वहीं 151 से 250 यूनिट तक प्रति माह बिजली खर्च करने वाले उपभोक्ताओं को राहत है।
इस स्लैब में बिजली के रेट नहीं बढ़ाए गए हैं। इसी तरह 501 से 800 यूनिट तक भी रेट पहले वाले यानी 7.10 प्रति यूनिट रहेंगे। वहीं 251 से 500 यूनिट पर 15 पैसे प्रति यूनिट रेट बढ़ाए गए हैं।
घरेलू उपभोक्ताओं को यह दी गई है राहत
- दो किलोवाट लोड वाले उपभोक्ताओं के लिए राहत
- न्यूनतम मासिक शुल्क(MMC) के बोझ को किया खत्म
- 300 यूनिट प्रति माह बिजली की खपत पर कोई निश्चित शुल्क नहीं लगाया जाएगा।
कामर्शियल बिजली के रेट
यूनिट पहले अब
50 यूनिट तक 2.00 2.20
151 से 250 यूनिट 2.50 2.70
बता दें कि कामर्शियल में 300 से 500 यूनिट तक बिजली की खपत पर 50 रुपये फिक्स चार्ज अतिरिक्त लगाया जाएगा। 500 यूनिट से ज्यादा बिजली यूनिट खर्च पर भी 50 रुपये प्रति किलोवाट के हिसाब से अतिरिक्त चार्ज देना पड़ेगा।
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इंडस्ट्री में भी महंगी हो गई बिजली
इंडस्ट्री के अलावा ब्लक सप्लाई के टैरिफ में भी बदलाव करके आयोग ने कीमतों में इजाफा किया है। 11 केवी की सप्लाई के लिए 6 रुपये 65 पैसे प्रति यूनिट से बढ़ाकर 6 रुपये 95 पैसे प्रति यूनिट किया है। 33केवी के कनेक्शन में 6 रुपये 55 पैसे की बजाय अब 6 रुपये 85 पैसे प्रति यूनिट अदा करना होगा।
पांच किलोवाट तक लोड वाले उपभोक्ताओं के लिए बिल प्रति यूनिट यह रहेंगे
0-150 यूनिट तक 2.95 रुपये
151-300 यूनिट तक 5.25 रुपये
301-500 यूनिट तक 6.45 रुपये
501 से अधिक यूनिट तक 7.10 रुपये
पांच किलोवाट से अधिक लोड वाले उपभोक्ताओं के लिए बिल प्रति यूनिट
यूनिट बिजली के रेट
0-500 यूनिट तक 6.50 रुपये
501-1000 7.15 रुपये
1000 से अधिक 7.50 रुपये
बिजली के रेट बढ़ने पर हरियाणा के परिवहन एवं बिजली मंत्री अनिल विज ने कहा कि बिजली के रेट बढ़ाना हमारा काम नहीं है। हम केवल बैलेंस सीट बनाकर आयोग के पास भेजते हैं। इसी आधार पर हरियाणा बिजली विनियामक आयोग रेट तय करता है।
