Education News : हरियाणा की यूनिवर्सिटी में अब यूजीसी की नई गाइडलाइन के अनुसार इग्नू की तर्ज पर पढ़ाई हो सकेगी। यानि की अब डिस्टेंस एजुकेशन को बढ़ावा मिलेाग इसके लिए यूजीसी ने एक विश्वविद्यालय का चयन किया है। आइए जानते हैं एक रिपोर्ट
यूजीसी की नई गाइडलाइंस आने के बाद जीजेयू द्वारा अब प्रदेशभर में दूरवर्ती स्टडी सेंटर खोले जाने की तैयारी है। विवि की दूरवर्ती शाखा द्वारा स्टडी सेंटर्स के लिए नई गाइडलाइंस भी तैयार कर ली गई है।
जीजेयू कुलपति प्रो. नरसीराम बिश्नोई ने कहा कि यह स्टडी सेंटर इग्नू की तर्ज पर राजकीय, एडेड और प्राइवेट कॉलेजों में ही खोले जा सकेंगे। कॉलेज में जो नियमित कोर्स चल रहे हैं, सिर्फ उन्हीं कोर्स के ही डिस्टेंस के भी स्टडी सेंटर खुल सकेंगे।
विवि की तरफ से कॉलेजों को डिस्टेंस कोर्स की कुल फीस का करीब 40% तक दिया जाएगा। राजकीय व एडेड कॉलेज को स्टडी सेंटर लेने के लिए किसी तरह की सिक्योरिटी मनी नहीं देनी होगी।
प्राइवेट कॉलेज के लिए सिक्योरिटी मनी एक लाख रुपए रखी है। स्टडी सेंटर आरंभ करने से पहले विवि की टीम निरीक्षण करेगी, जिसकी फीस 40 हजार रुपए रखी गई है।
यह फीस राजकीय व एडेड कॉलेजों को नहीं देनी होगी। कॉलेजों में नियमों के अनुरूप इंफ्रास्ट्रक्चर और फैकल्टी मिलने पर ही सेंटर दिया जाएगा। सभी सेंटर्स को अपना लॉगइन आईडी भी मिलेगा।
यहां एडमिशन लेने वाले विद्यार्थियों को विवि आने की जरूरत नहीं होगी। परीक्षा सेंटर के आसपास एरिया के कॉलेजों में ही बनाए जाएंगे। सेंटर पर ही स्टडी मेटिरियल से लेकर मार्कशीट तक मिलेगी।
जीजेयू दूरवर्ती शिक्षा के निदेशक डॉ. खजान सिंह ने बताया कि यूजीसी ने साल 2017 में नए नियम प्रादेशिक क्षेत्राधिकार कम हो गए थे। यूनिवर्सिटी से बनाए, जिनके अनुसार स्टेट यूनिवर्सिटिज के जहां संबद्ध कॉलेज हैं, वहीं तक उनका प्रादेशिक क्षेत्राधिकार तय कर दिया था।
इससे बाहर न तो स्टडी सेंटर बना सकते थे और न ही परीक्षा केंद्र। इससे पहले भी जीजेयू के कई शहरों में स्टडी जून माह के पहले पखवाड़े में दूरवर्ती कोर्स में एडमिशन आरंभ होंगे
जीजेयू ने डिस्टेंस एजुकेशन के कोर्सिज में भी इजाफा किया है। यूनिवर्सिटी के अभी 8 स्नातकोत्तर, 3 स्नातक, 15 डिप्लोमा और 32 सर्टिफिकेट कोर्स हैं।
इनमें 15 सर्टिफिकेट नए कोर्स इस सैशन से आरंभ किए जाएंगे। जून माह के पहले पखवाड़े में दूरवर्ती कोर्स में एडमिशन आरंभ किए जाएंगे, इससे पहले यूनिवर्सिटी प्रदेशभर में ज्यादा से ज्यादा स्टडी सेंटर बनाए जाने की तैयारी में है।
यूनिवर्सिटी के दूरवर्ती कोर्स के विद्यार्थियों की संख्या भी कम हुई। साल 2016 में विद्यार्थियों की संख्या 32 हजार तक थी। जो अब घटकर मात्र 10 हजार रह गई है। इस समय यूजीसी ने नया नियम बना दिया है।
इस नियम के बनने से हायर एजुकेशन हरियाणा ने एक नोटिस जारी किया है। जिसमें प्रादेशिक क्षेत्राधिकार का दावा किया गया है। इसके बाद अब प्रदेश यूनिवर्सिटी का क्षेत्राधिकार पूरे हरियाणा में रहेगा।
कॉलेजों में जब नियमित कक्षाएं नहीं होंगी उस समय जीजेयू के दूरवर्ती कोर्स के लिए कक्षाएं लगाई जाएंगी। इसके लिए शिक्षकों को मेहनताना भी दिया जाएगा। ये कक्षाएं छुट्टी के दिन या फिर इवनिंग सेशन में लगाई जा सकेंगी ।
इस सस्टिम को चलाने के लिए संबंधित कालेजे के प्रिंसीपल को चीफ कोर्डिनेटर बनाया जाएगा। नियमित फैकल्टी से कोर्डिनेटर भी कालेज के स्टाफ से चुने जाएंगे। वहीं नॉन टिचिंग स्टाफ को भी स्पोर्टिग में तैनात किया जाएगा। इसके बदले में सभी को मेहनताना मिलेगा।
कॉलेज के शिक्षक दूरवर्ती कोर्स की कक्षाएं लेंगे, हर घंटे के करीब एक हजार रुपए प्रदान किए जाएंगे। जिन कॉलेजों में 500 से ज्यादा एडमिशन होंगे उनका पारिश्रमिक भी 50 प्रतिशत तब बढ़ा दिया जाएगा।
