wheat in haryana : हरियाणा में गेहूं की बंपर पैदावार हुई है। यह आंकड़ा पांच साल के मुकाबले सबसे ज्यादा बताया जा रहा है। सरकार के अनुसार सिरसा में 8.09 लाख टन गेहूं अब तक सबसे ज्यादा पैदावार है। इसके बाद करनाल में करीब आठ लाख टन गेहूं की पैदावार के साथ दूसरे स्थान पर है। तीसरे नंबर पर जींद आता है, जहां गेहूं की बंपर पैदावार हुई है। आए देखतें हैं गेहूं का आंकड़ा
गेहूं की ज्यादा आवक वाले टॉप-10 जिले
सिरसा 8.09 लाख टन
करनाल 7.95 लाख टन
जींद 7.06 लाख टन
कैथल 7.03 लाख टन
फतेहाबाद 6.27 लाख टन
कुरुक्षेत्र 5.37 लाख टन
हिसार 5.06 लाख टन
सोनीपत 4.14 लाख टन
यमुनानगर 3.08 लाख टन
अम्बाला 2.54 लाख टन
गेहूं की बुआई का आंकड़ा हरियाणा में देखें तो पिछले पांच साल की तुलना में कम था इसके बावजूद इस बार गेहूं की पैदावार में बंपर बढ़ौतरी हुई है।
गेहूं की बंपर पैदावार होने से हरियाणा के किसान भी खुश हैं। इस बार बंपर पैदावार का कारण मौसम को माना जा रहा है। हरियाणा सरकार ने इस बार प्रदेश के करीब 1 करोड़ किसानोंके खाते में गेहूं का लगभग 16054 करोड़ रुपया भेजा है। जो पिछले पांच वर्षों के मुकाबले सबसे अधिक माना जा रहा है।
खाद्य आपूर्ति विभाग के निदेशक राजेश जोगपाल ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश के किसानों को अब तक खरीदी गई गेहूं की 90 प्रतिश्त से अधिक पेमेंट की जा चुकी है।
हर महीने राशन डिपो पर भेजा जाएगा गेहूं
प्रदेश के राशन डिपो पर भेजे जाने वाले गेहूं की मात्रा बढ़ाई गई है। इस बार करीब एक लाख टन गेहूं हर माह राशन डिपो पर भेजने का काम किया जाएगा। जो कार्डधारकों को आंवटित होगा।
सरकार की तरफ से इसके लिए पहले से इंतजाम किए गए हैं। प्रदेश में बीपीएल व एएवाई परिवारों की संख्या 4922210 है। इनमें लाभार्थी हैं। जबकि केंद्र सरकार द्वारा हरियाणा राज्य के लिए 126.49 लाख लाभार्थियों के लिए कोटा निर्धारित किया गया है।
मौसम की मेहरबानी से बढ़ी पैदावार
अबकी बार मौसम ने अंत तक साथ दिया है। हालांकि, कई बार ओलावृष्टि, तेज बारिश और आंधी से फसलों को नुकसान भी हुआ है। फिर भी दाना पकने का पूरा समय मिला। इससे गेहूं का उत्पादन ज्यादा हुआ है। 66250 एमटी कोटा निर्धारित किया गया है। अब निर्धारित संख्या से 7543681 लाभार्थी ज्यादा हैं। ऐसे में सरकार द्वारा हैफेड और हरियाणा वेयर हाउस कॉरपोरेशन से गेहूं की खरीद की गई है।
